नैनीताल। ओखलकांडा ब्लॉक के छिड़ाकान- अमजड–अधौड़ा सड़क पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के अंतर्गत हो रहे डामरीकरण कार्य की गुणवत्ता को लेकर अधौड़ा, डूंगरी और डालकन्या क्षेत्र के ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों द्वारा संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया। राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरु के नेतृत्व में आयोजित बैठक में प्रधान प्रतिनिधि अधौड़ा बबलू महरा, ग्राम प्रधान डूंगरी दीपक भट्ट, सरपंच प्रतिनिधि अधौड़ा भगवान महरा, तथा डूंगरी सरपंच प्रतिनिधि कैलाश भट्ट सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
बैठक में ग्रामीणों ने सहायक अभियंता पीएमजीएसवाई एन. सी. उपाध्याय, जेई अमित बोरा, तथा ठेकेदार सुरेंद्र ढेक की उपस्थिति में निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाए। गंभीर चर्चा के बाद सड़क निर्माण में गुणवत्ता में सुधार किए जाने के आश्वाशन पर निर्माण कार्य जारी रखने पर सहमति बनी। जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने साफ किया कि सड़क निर्माण में अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस दौरान विभिन्न बिंदुओं को ध्यान में रख कार्य किया जाएगा।
*पूर्व में कराई गई सोलिंग जहां खराब हो गई है, उसे तुरंत ठीक कराया जाए।
*डामरीकरण कार्य सही तकनीक से किया जाए — यानी पानी का पर्याप्त छिड़काव, रोलर का प्रयोग और गर्म कोलतार डालने के बाद ही डामर बिछाया जाए।
*पुरानी दीवारों की मरम्मत प्राथमिकता के साथ की जाए।
*जिन दीवारों का बेस कमजोर है, उन्हें मानक के अनुरूप पुनः बनाया जाए।
*सड़क पर डाला जाने वाला डामर गुणवत्ता युक्त और मानक के अनुसार होना चाहिए।
ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि यदि उपरोक्त बिंदुओं पर निर्धारित समय में सुधार नहीं किया गया, तो निर्माण कार्य को तत्काल रोक दिया जाएगा।
बैठक में धर्मानंद शर्मा ईओ सेवानिवृत, नंदन महरा पूर्व सरपंच, जीवन कांडपाल पूर्व प्रधान प्रतिनिधि, कमल शर्मा पूर्व सरपंच, चंदू रावत, आदर्श कांडपाल, दिगंबर महरा, कमल पनेरु, रमेश शर्मा, गोपाल महरा, धर्म सिंह महरा, विपिन पनेरु, पंकज परगांई, राजू पनेरु, दीवान राम आदि ग्रामीण मौजूद रहे।








