
हल्द्वानी। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बयान के बाद उत्तराखंड में सियासत गरमा गई है। विपक्ष के साथ-साथ आम जनता में भी कैबिनेट मंत्री के बयान से नाराजगी देखने को मिल रही है। रविवार को पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने का काम किया। विधानसभा सत्र के दौरान सदन के भीतर जो कुछ भी हुआ उसे सबने देखा। बता दें विधानसभा में वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल किसी सवाल का जवाब दे रहे थे, तभी विपक्ष की ओर से ‘पहाड़ी‘ शब्द का इस्तेमाल करते हुए वित्त मंत्री प्रेमचंद पर तंज कसा गया. जिसके बाद मंत्री का पारा चढ़ गया. जिसके बाद सदन की कार्यवाही ‘देसी-पहाड़ी’ बहस में उलझ गई और विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई।
गणेश गोदियाल ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल सरकार पर प्रहार करते हुए कहा की धामी सरकार के कैबिनेट मंत्री की ओर से पहाड़ियों के खिलाफ टिप्पणी की गई। बावजूद इसके मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री का बचाव करते दिखे। गोदियाल ने कैबिनेट मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष से अपने पद से इस्तीफा देने की बात कही है।
गोदियाल ने भू-कानून और समान नागरिक संहिता (UCC) को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा है। गोदियाल ने कहा सरकार लिव-इन रिलेशनशिप को वैध बना रही है। जो उत्तराखंड की संस्कृति के खिलाफ है। उन्होंने कहा अगर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आती है तो सबसे पहले इस कानून की समीक्षा की जाएगी, अन्यथा सरकार जवाब दे की यूसीसी लागू करने से आमजनता के जीवन में क्या फर्क पड़ने वाला है।