उत्तराखंड:- बद्रीनाथ-केदारनाथ, गंगोत्री-यमुनोत्री चारों धामों में हुई शास्त्रसम्मत घोषणा के बाद अब पूरा कुमाऊं और गढ़वाल क्षेत्र एक स्वर में 20 अक्टूबर को दीपावली मनाने जा रहा है।
हल्द्वानी, नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ समेत पूरे कुमाऊं में धर्माचार्यों और विद्वानों ने स्पष्ट कहा है कि इस वर्ष दीपावली का पर्व 20 अक्टूबर की रात्रि में प्रदोषकाल और निशाकाल के दौरान ही मनाना शास्त्रसम्मत है।
नैनीताल के प्रसिद्ध ज्योतिर्विद कैलाश चंद्र सुयाल जी ने कहा “उत्तराखंड के मुकुट रूप में विराजमान चारों धाम बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री ने एकमत होकर दीपावली की तिथि 20 अक्टूबर घोषित की है। अब इसमें किसी प्रकार का भ्रम उन्होंने आगे कहा कि निर्णय सभा पहले ही 20 अक्टूबर को दीपावली मनाने की घोषणा कर चुकी थी, जिसे अब चारों धामों के धर्माचार्यों और उत्तराखंड ज्योतिष परिषद ने भी पूर्ण समर्थन दिया है।
उत्तराखंड ज्योतिष परिषद ने भी एक आधिकारिक वक्तव्य जारी कर कहा है कि – “चारों धामों से आया यह निर्णय पूरे उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए दिशानिर्देश है। अब यह सुनिश्चित हो गया है कि इस वर्ष 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार) को ही दीपावली मनाई जाएगी।”
चारों धामों की एक स्वर घोषणा के बाद अब पूरे उत्तराखंड में उत्साह का वातावरण है।








