
उत्तर प्रदेश। मेरठ से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को बेरहमी से मार डाला। इतना ही नहीं सबूत मिटाने की नियत से महिला ने पति के शव के 15 टुकड़े किए और फिर इन्हें ड्रम में रखकर उसके ऊपर सीमेंट से चिनाई करा दी। घटना के बाद महिला अपने प्रेमी के साथ शिमला घूमने चली गई। वहां से लौटने के बाद महिला ने ही खुद इस हत्याकांड का खुलासा किया। पुलिस ने मामले में महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।
मेरठ जैसी बर्बर हत्या के मामले पहले भी दर्ज हुए हैं, जिनमें महिला आरोपियों ने दरिंदगी दिखाते हुए चौंकाने वाली घटनाओं को अंजाम दिया। आइये जानते हैं ऐसे ही कुछ मामले…
अमरोहा में महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर पूरे परिवार को उतारा मौत के घाट
अमरोहा के बावनखेड़ी गांव के लोगों के जहन में आज भी 14/15 अप्रैल 2008 की काली रात का खौफ है। दरअसल, इस रात अमरोहा में गांव के लोगों ने जो देखा, वह किसी सदमे से कम नहीं था। यहां एक ही परिवार के सात सदस्यों की बेरहमी से कत्ल कर दिया गया था। इस परिवार की सिर्फ एक महिला शबनम जिंदा बची थी, जिसने गांववालों को बुलाया तो हैवानियत देखकर हर किसी के बदन में सिहरन दौड़ गई। पुलिस ने जब इस मामले में जांच की तो पता चला कि हत्या से पहले सभी मृतकों को कोई नशीला पदार्थ दिया गया था जिसके कारण सभी बेहोश हो गये थे। ऐसे में पुलिस का सीधा शक शबनम पर गया क्योंकि उसने सोने से पहले रात में सभी के लिए चाय बनाई थी। बाद में जब इस घटना की परतें खुलती हैं तो सामने आता है कि हत्या किसी और ने नहीं बल्कि शबनम ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर की थी। शबनम ने अपने परिवार के सात सदस्यों को कुल्हाड़ी से वार कर मौत के घाट उतार दिया था। जिन लोगों की हत्या की गई, उनमें एक 8 महीने का बच्चा भी शामिल था।शबनम ने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर अपने पिता मास्टर शौकत, मां हाशमी, भाई अनीस और राशिद, भाभी अंजुम, भतीजे अर्श और फुफेरी बहन राबिया का कुल्हाड़ी से वार कर कत्ल कर दिया था। इस घटना को अब 17 साल गुजर चुके हैं। लेकिन अब यहां गांववाले अपनी बेटियों का नाम इस घटना को अंजाम देने वाली शबनम के नाम पर नहीं रखते। शबनम और सलीम को फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है। शबनम का डेथ वारंट जारी होना बाकी है। शबनम देश की पहली महिला दोषी होगी जिसे फांसी दी जाएगी।