देहरादून। लंबे समय से प्रतीक्षारत संविदा कर्मचारियों का इंतजार खत्म होता दिख रहा है। सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए लगातार दस वर्ष की सेवा पूरी करने वाले संविदा कर्मियों को नियमित किए जाने की अधिसूचना जारी की है। सरकार के इस निर्णय से हजारों कर्मचारियों को स्थायी नौकरी की राहत और सुरक्षा मिलने की उम्मीद है। सरकार ने इसकी आधिकारिक अधिसूचना भी जारी कर दी है, जिसके बाद विभागों में नियमितीकरण की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है।
जारी अधिसूचना के अनुसार, जिन संविदा कर्मचारियों ने बिना किसी बड़े व्यवधान के लगातार दस वर्षों तक सेवाएं दी हैं, वे नियमित नियुक्ति के योग्य माने जाएंगे। संबंधित विभागों को ऐसे कर्मचारियों की सूची तैयार करने और उनके दस्तावेजों का सत्यापन करने के निर्देश दे दिए गए हैं। अधिसूचना में यह भी स्पष्ट किया गया है कि पात्र कर्मचारियों को मौजूदा पदों और सेवा नियमों के अनुसार नियमित किया जाएगा।
सरकार का मानना है कि लंबे समय से संविदा पर कार्यरत कर्मचारी न सिर्फ विभागों की रीढ़ साबित हुए हैं, बल्कि निरंतर अनुभव के कारण वे प्रशासनिक कार्यक्षमता बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। नियमितीकरण के बाद ऐसे कर्मचारियों को वेतन, पदोन्नति और सेवा लाभों का अधिकार मिलेगा, जिससे उनके कार्यस्थल पर स्थिरता और मनोबल में वृद्धि होगी।
कर्मचारी संगठनों ने इस फैसले का स्वागत किया है और इसे ‘बहुप्रतीक्षित कदम’ बताया है। उनका कहना है कि यह निर्णय हजारों परिवारों को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करेगा। सरकार ने स्पष्ट किया है कि नियमितीकरण की प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से पूरी की जाएगी, ताकि पात्र संविदा कर्मियों को शीघ्र लाभ मिल सके।








