
होली के दिन सुबह-सुबह कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। खासकर जम्मू कश्मीर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, शुक्रवार सुबह लद्दाख के कारगिल में 5.2 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके झटके जम्मू और कश्मीर में भी महसूस किए गए। भूकंप सुबह 2.50 बजे 15 किलोमीटर की गहराई पर आया।
जम्मू और श्रीनगर में कई उपयोगकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर बताया कि उन्होंने शहरों में झटके महसूस किए। लेह और लद्दाख दोनों ही देश के भूकंपीय क्षेत्र-IV में आते हैं, जिसका मतलब है कि भूकंप के लिहाज से वे बहुत ज्यादा जोखिम वाले क्षेत्र है। टेक्टोनिक रूप से सक्रिय हिमालय क्षेत्र में स्थित होने के कारण लेह और लद्दाख में अक्सर भूकंप आते रहते हैं।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, भूकंप का केंद्र 15 किलोमीटर गहराई में था. इस भूकंप के तीन घंटों बाद ही पूर्वोत्तर भारत में भी झटके लगे. अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग इलाके में 4.0 तीव्रता का भूकंप मांपा गया. यहां सुबह 6 बजे भूकंप के झटके महसूस हुए. 13 मार्च को दोपहर 2 बजे तिब्बत में भी 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था।
लेह और लद्दाख दोनों ही इलाके भूकंपीय क्षेत्र-IV में आते हैं, जिसका मतलब है कि भूकंप के लिहाज से ये बहुत ज्यादा जोखिम वाले क्षेत्र हैं. टेक्टोनिक रूप से सक्रिय हिमालय क्षेत्र में स्थित होने के कारण लेह और लद्दाख में अक्सर भूकंप आते रहते हैं।