
हल्द्वानी। संत निरंकारी मिशन की सेवा भावना और मानव कल्याण के संकल्प को साकार करने हेतु ‘प्रोजेक्ट अमृत’ के अंतर्गत ‘स्वच्छ जल, स्वच्छ मन’ परियोजना के तहत रविवार को परम श्रद्धेय सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं सत्कार योग्य निरंकारी राजपिता रमित जी के पावन आशीर्वाद से उत्तराखंड राज्य सरकार के दर्जा राज्यमंत्री दिनेश आर्या जी के करकमलों से चित्रशिला घाट गार्गी नदी और विद्युत शवदाह गृह पर सफाई अभियान का शुभारंभ किया गया। जोनल इंचार्ज जोन 57 नैनीताल जसविंदर सिंह ने मंत्री जी का स्वागत किया। माननीय मंत्री जी ने निरंकारी मिशन के द्वारा की जा रही सफाई अभियान की भूरी भूरी प्रशंसा की । घाट की सफाई में लगभग 500 वालंटियरो ने सेवा की । बाबा हरदेव सिंह जी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस परियोजना का उद्देश्य लोगों को जल संरक्षण एवं स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है, ताकि भावी पीढ़ियों को निर्मल जल और स्वस्थ पर्यावरण मिल सके।
इस दिव्य पहल का उद्देश्य केवल जल स्रोतों की स्वच्छता सुनिश्चित करना ही नहीं, बल्कि जल संरक्षण को मानव जीवन का अभिन्न अंग बनाने की सोच को विकसित करना है। नदियों, झीलों, तालाबों, कुओं और झरनों जैसे प्राकृतिक जल स्रोतों की स्वच्छता एवं संरक्षण को समर्पित इस महाअभियान ने अपने पहले दो चरणों में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की। इसी प्रेरणा के साथ, इस वर्ष तृतीय चरण को और अधिक व्यापक, प्रभावी एवं दूरगामी दृष्टि से आगे बढ़ाया गया है, ताकि यह अभियान निरंतर विस्तार पाकर समाज में जागरूकता, सेवा और समर्पण की एक सशक्त लहर उत्पन्न करे।
संत निरंकारी मंडल के सचिव जोगिंदर सुखीजा जी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह वृहद अभियान देशभर में 27 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के 900 से अधिक शहरों में 1600 से भी अधिक स्थानों पर एक साथ आयोजित किया जाएगा। इस महाअभियान की यह अभूतपूर्व व्यापकता इसे एक ऐतिहासिक स्वरूप प्रदान करेगी, जिससे जल संरक्षण एवं स्वच्छता का संदेश और अधिक प्रभावशाली रूप से जन-जन तक पहुंचेगा।
अंत में संत निरंकारी मिशन हल्द्वानी ब्रांच के सयोजक आनंद सिंह नेगी द्वारा जिलाधिकारी महोदय नैनीताल , उप जिलाधिकारी , सिटी मजिस्ट्रेट , तहसीलदार, नगर निगम मेयर और उनकी टीम, स्थानीय पुलिस प्रशासन एवम निरंकारी सेवादल के भाई बहिनों को कार्यक्रम सफल बनाने में अपना बहुमूल्य सहयोग देने पर सभी का आभार व्यक्त किया।