हल्द्वानी। शहर में एक कारोबारी के साथ करोड़ों की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। कारोबारी ने तीन लोगों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए बताया कि इन लोगों ने खुद को बिजनेसमैन बताते हुए लोन पर जेसीबी लेने के लिए कहा। उन्होंने एक-एक कर चार जेसीबी ले ली। इसके बाद आरोपियों ने उनकी जेसीबी मशीनों को किराये पर लगा दिया लेकिन मशीनों का पूरा किराया उन्हें नहीं दिया। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर दंपती समेत तीन लोगों पर धोखाधड़ी की धारा में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार श्याम विहार फेज-2 निवासी वरुण बिष्ट ने द्वितीय न्यायिक मजिस्ट्रेट हल्द्वानी में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि वर्ष 2018 में उनकी मुलाकात शांति मैन्सन विकास नगर फेज 2 कुसुमखेड़ा निवासी रतीश चंद्रा ओर उनकी पत्नी तृप्ति से हुई।
रतीश ने बताया कि उसकी फर्म मैसर्स यूनीटेक इंजीनियर्स उत्तराखंड और यूपी में हुंडई -कंपनी की मशीनरी की डीलरशिप – करती है। उन्हें भरोसा दिलाया कि अगर वह मशीन खरीदेगा तो उसे किराये पर लगाकर आसानी से भारी मुनाफा दिला देंगे और ईएमआई की चिंता भी नहीं करनी होगी।
आरोप है कि रतीश और उसके साझेदारों ने मशीनें खरीदने के लिए बैंक से लोन दिलाया। कुल चार मशीनें 2019 से 2022 के बीच वरुण के नाम पर खरीदी गई और सभी मशीनें अभियुक्तों ने अपने पास किराये पर रख लीं। समझौते के अनुसार प्रति मशीन 1.50 लाख प्रतिमाह किराया तय हुआ।
शुरुआत में आरोपी कभी अपने खाते से, कभी अपनी दूसरी फर्म यूनीटेक एसोसिएट्स से वरुण को आंशिक भुगतान करते रहे। बाद में भुगतान रोके दिया। मशीनें लौटाने की मांग की तो पहली मशीन नवंबर 2023 में वापस की गई। बाकी तीन मशीनें आज तक गायब हैं। मशीनों से काम का कुल 2.31 करोड़ रुपये बकाया है।
एसपी सिटी प्रकाश चंद्र ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर रतीश चन्द्रा व उनकी पत्नी तृप्ति भारद्वाज व अरविंद कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।








