रामनगर। नैनीताल जिले में रामनगर के ग्राम पूछड़ी में रविवार को वन विभाग की भूमि से अतिक्रमण हटाए जाने की कार्रवाई की गई। इस दौरान 15 पक्के भवनों सहित लगभग 50 अतिक्रमण ध्वस्त किए गए। अतिक्रमण पर की गई कार्रवाई के दौरान बहुत से सामाजिक संगठनों के लोगों द्वारा इस कार्रवाई का जमकर विरोध किया गया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार व पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए विरोध व्यक्त किया। लोगों का आरोप था कि सरकार ने सालों से बसे लोगों के पुनर्वास की व्यवस्था करें बगैर उन्हें बेघर कर दिया है। कई परिवारों के सामने कड़ाके की ठंड में सिर छुपाने और दो वक्त की रोटी जुटाने का संकट खड़ा हो गया है। प्रदर्शनकारियों ने इस मामले में न्यायालय की शरण में जाने की बात कही है। इस दौरान पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है।
तराई पश्चिमी वन प्रभाग की रामनगर रेंज में विभाग की अनदेखी के चलते करीब एक दशक पूर्व 100 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर अतिक्रमण के साथ ही अवैध कॉलोनी काटी गई। इस दौरान 10 रुपये के स्टांप पर लोगों को जमीन बेची गई। स्टांप पर जमीन बेचने के मामले में छह लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए। इस बीच करीब 170 परिवार इस भूमि बस चुके थे।
अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान प्रशासन ने चरणवध तरीके से कार्रवाई शुरू की। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। अपराह्न तक 90 फीसदी अतिक्रमण ध्वस्त कर दिया गया था।








