शहर में एलपीजी रिफिलिंग सेंटर न होने के कारण चोरी करने को मजबूर हो रहे ऑटो चालक।
हल्द्वानी। अवैध गैस रिफिलिंग के खिलाफ लगातार हो रही इच्छा बीमारी के चलते बुधवार को भारी संख्या में ऑटो चालक एसडीएम कोर्ट पहुंचे। एलपीजी ऑटो चालकाें ने अपनी मांगों को लेकर कोर्ट परिसर में जोरदार नारेबाजी की। इसके बाद तिपहिया ऑटो टैक्सी मालिक चालक वेलफेयर सोसायटी (पंजीकृत) के बैनर तले चालकों ने बुधवार को उपजिलाधिकारी राहुल शाह से मुलाकात कर शहर में एलपीजी रिफिलिंग सेंटर की सुविधा उपलब्ध न होने से हो रही समस्याओं को बताया। कहा कि वह लंबे समय से एलपीजी संचालित ऑटो चला रहे हैं। ये वाहन परिवहन विभाग व आरटीओ से स्वीकृत हैं। कहा कि कंपनी ने एलपीजी किट के नाम पर वाहनों में 60 से 70 रुपए की बढ़ोतरी भी की है, लेकिन शहर में किसी भी अधिकृत रिफिलिंग पंप की सुविधा न होने से उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यूनियन के पदाधिकारी ने बताया कि करीब 6-7 हजार ऑटो चालक ऐसे हैं, जिनकी रोज़ी-रोटी वाहन संचालन पर निर्भर है और जिनमें से अधिकांश वाहन बैंक से फाइनेंस कराए गए हैं। लेकिन शहर में एलपीजी पंप न होने से वे या तो अवैध रूप से गैस भरवाने को मजबूर हैं या काम बंद करने की कगार पर आ चुके हैं। कहा कि यदि जल्द इस समस्या का समाधान नहीं निकाला गया तो उनके सामने रोजी-रोटी का भारी संकट खड़ा हो जाएगा।
उपजिलाधिकारी राहुल शाह ने कहा कि शहर में अवैध रूप से चल रहे रिफिलिंग सेंटरों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। जहां घरेलू सिलेंडरों का प्रयोग गैस रिफिलिंग में किया जा रहा था, ऐसे मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है और गैस सिलेंडर सीज किए गए हैं। कहा कि अवैध रिफिलिंग कर कानून का उल्लंघन करने वालों को बक्सा नहीं जाएगा। अवैध गैस रिफिलिंग सुरक्षा के लिहाज से भी अत्यंत घातक है। उन्होंने ऑटो चालकों को चेताया कि वे अवैध रिफिलिंग से बचें। हालांकि, उन्होंने भरोसा दिलाया कि पेट्रोलियम कंपनियों से लीगल एलपीजी रिफिलिंग सेंटर की अनुमति दिलाने की दिशा में कार्रवाई की जाएगी, ताकि चालकों को राहत मिल सके और कानून के दायरे में रहकर संचालन सुनिश्चित हो सके।








