हल्द्वानी। वनभूलपुरा गफूर बस्ती में आपसी विवाद में जीजा की पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने दो सालों संजय और मनोज को गिरफ्तार कर सोमवार 26 मई 2025 को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इस मामले में तीसरे आरोपी साला देवा अभी पुलिस की पकड़ में नहीं आया है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। तीनों भाइयों पर अपने जीजा की गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज है।
जानकारी के अनुसार मूलरूप से बाराबंकी उत्तर प्रदेश निवासी अमरीक लगभग डेढ़ माह पूर्व ही रोजी रोटी की तलाश में अपनी पत्नी आशा के साथ हल्द्वानी आया था। यहां वह बनभूलपुरा गफूर बस्ती में रहता था और कूड़ा बीनने का काम करता था। 18 मई की रात अमरीक और उसकी पत्नी आशा के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। विवाद बढ़ने पर आशा ने हल्द्वानी निवासी अपने भाइयों संजय, मनोज और देवा से शिकायत की। बहन की शिकायत पर गुस्साए तीनों भाई मौके पर पहुंचे और अपने जीजा अमरीक की बेरहमी से पिटाई कर दी। मारपीट में अमरीक को गंभीर चोटें आईं, और अगली सुबह, 19 मई को उसकी मौत हो गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए वनभूलपुरा थाने में गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी ने बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सोमवार को संजय और मनोज को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। तीसरे आरोपी, देवा, की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस ने आसपास के इलाकों में जांच तेज कर दी है और सीसीटीवी फुटेज व अन्य साक्ष्यों की मदद से फरार आरोपी को पकड़ने की कोशिश कर रही है।








